भारतीय टीम (Indian Cricket Team) ने अभी तक कई रोमांचक मुकाबले खेले हैं। इस दौरान टीम ने कई मैचों में जीत हासिल की है तो कई मैचों में उसे हार का सामना भी करना पड़ा है। क्रिकेट का असली रोमांच तभी होता है,ऐसेमौकेजबभारतीयटीमनेआखिरीगेंदपरमैचजीतकरटूर्नामेंटअपनेनामकिया जब मुकाबला आखिरी गेंद तक हो और तब तक विजेता टीम के बारे में पता ना हो जब तक कि आखिरी गेंद ना पड़ जाए।भारतीय टीम ने भी अब तक आखिरी गेंद तक चले कई ऐसे मुकाबले खेले हैं, जिसमें उसे जीत भी मिली है। वहीं कई बार टीम ने आखिरी गेंद पर मुकाबला जीतकर टूर्नामेंट भी जीता है। इस लिस्ट में कई प्रमुख टूर्नामेंट या ट्रॉफी शामिल हैं। तो आइए आपको बताते हैं कि वो 3 कौन से मुकाबले हैं जब भारतीय टीम ने आखिरी गेंद पर मैच जीतकर वो ट्रॉफी या टूर्नामेंट अपने नाम किया।निदहास ट्रॉफी के फाइनल को दिनेश कार्तिक के आखिरी गेंद पर छक्के के लिए याद किया जाएगा। फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 166 रन बनाए। जवाब में लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम को आखिरी 18 गेंद पर 35 रन चाहिए थे।मनीष पांडे और विजय शंकर क्रीज पर मौजूद थे। मुस्तफिजुर रहमान ने 18वें ओवर में जबरदस्त गेंदबाजी की 4 डॉट गेंद डाली। पांचवी गेंद पर विजय शंकर ने लेग बाई के रूप में एक रन लिया और आखिरी गेंद पर मनीष पांडे आउट हो गए।अब दो ओवर में 34 रनों की जरुरत थी। मनीष पांडे के बाद दिनेश कार्तिक बल्लेबाजी के लिए आए और 19वें ओवर में उन्होंने 2 छक्के और 2 चौके लगाते हुए 22 रन बटोर लिए। अब आखिरी ओवर में जीत के लिए 12 रन चाहिए थे। विजय शंकर उस दिन टच में नहीं थे और पहली 3 गेंद पर एक भी बाउंड्री नहीं आई। चौथी गेंद पर जरूर विजय शंकर ने चौका लगाया लेकिन 5वीं गेंद पर आउट हो गए। अब आखिरी गेंद पर जीत के लिए 5 रनों की दरकार थी और दिनेश कार्तिक ने शानदार छक्का लगाकर टीम को जीत दिला दी। इसके साथ ही भारत ने निदहास ट्रॉफी अपने नाम कर ली।
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